ग्राहकों के लिए फायदे के साथ-साथ घाटे का सौदा साबित हो सकती है नो-कॉस्ट EMI
EMI-फ्री लोन में मासिक ईएमआई का दबाव नहीं रहता है और अपनी सहूलियत के हिसाब से कम या ज्यादा रकम देकर लोन चुकाया जा सकता है.